आपको भी निबंध पढ़ने का शौक है और आप मेरा परिवार निबंध पढ़ना चाहते हो तो इस लेख में पढ़ सकते हो। इस लेख में हमने 250 शब्दों वाला मेरा परिवार निबंध (Mera parivar nibandh) लिखा है।
{Set 1} मेरा परिवार पर निबंध (250 शब्दों में)
मेरे परिवार की मैं जितनी तारीफ करूं उतनी ही कम है मेरा परिवार एक आदर्श परिवार है। मेरे परिवार में कुल 6 सदस्य हैं। हम सब एक दूसरे के साथ प्रेम से रहते हैं। मेरे परिवार में दादा- दादी, माता-पिता और हम दो भाई बहन हैं। मेरा परिवार एक मध्यमवर्गीय परिवार है। मेरे परिवार में कमाई करने वाले मेरे पिताजी हैं वह एक शिक्षक है। मेरी मां गृहणी हैं। मेरे दादा-दादी मेरे घर के सबसे आदरणीय और प्रिय सदस्य है। वह घर में सबका ख्याल रखते है और हम सभी लोग उनकी सेवा करते है। मेरी मां दिन भर घर का काम करती है। नए-नए पकवान बनाती है और हम सबको खिलाती है। घर में सबको मां के हाथ का खाना बहुत पसंद है।
मेरा परिवार एक हिंदू परिवार है और मेरे परिवार का हर सदस्य हर एक चीज में एक दूसरे की सहायता करता है। मैं खुद को मेरे परिवार के साथ सुरक्षित महसूस करता हूं। मेरा परिवार एक बहुत ही खुशहाल परिवार है। मैं अपने परिवार से बहुत प्यार करता हूं।
{Set 2} Mera parivar nibandh || मेरा परिवार निबंध कक्षा 4
मेरे परिवार में कुल पांच सदस्य हैं। हम सब मिलकर एक ही घर में रहते हैं और खुशहाल जिंदगी जीते हैं। मेरा परिवार एक दूसरे के साथ प्रेम से रहता है। मेरे परिवार का प्रत्येक सदस्य किसी भी तरह की मुसीबत में एक दूसरे की सहायता करता है। मैं खुद को मेरे परिवार के साथ सुरक्षित महसूस करता हूं।मेरा परिवार एक मध्यम वर्गीय परिवार है मेरे परिवार में दादी, पिताजी, मां मेरी बड़ी बहन और मैं हूं। मैं मेरे परिवार का सबसे छोटा सदस्य हूं। सबसे छोटा होने के कारण सब लोग मुझसे बहुत प्यार करते हैं तथा मेरी प्रत्येक जिद को पूरी करते है। मेरे पिताजी एक शिक्षक हैं और वह विद्यालय में पढ़ाने जाते हैं। मेरी दादी घर में सबका ख्याल रखती है और हम सभी लोग उनकी सेवा करते हैं।
मेरी मां दिन भर घर का काम करती है और हम लोगों के लिए नए-नए पक्कवान बनाकर हमें खिलाती है। घर में सबको मां के हाथ का खाना बहुत ज्यादा पसंद है। मेरी बड़ी बहन मां को घर के सारे कामों में मदद करती है। वह मुझे पढ़ाई में भी मदद करती है। पिताजी घर आने के बाद हम सब रात को एक साथ मिलकर खाना खाते हैं, दिन भर की बातें करते हैं।
मेरे माता-पिता ने ही मुझे अनुशासन और शिष्टाचार में रहना सिखाया है। आज मैं जो भी हूं मेरे परिवार की वजह से हूं। एक दूसरे के साथ मिलकर और संकट के समय में एक दूसरे की मदद करना यह सब मैंने मेरे परिवार से ही सीखा है। मैं मेरे परिवार से बहुत प्यार करता हूं।