अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध | Antarrashtriya mahila diwas par nibandh

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विद्यार्थियों इस लेख में हमने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध लिखा है। आप भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध पढ़ना चाहते हो तो इस लेख में लिखे गए निबंध को पढ़ सकते हो। हम सभी जानते हैं कि महिलाओं को समाज में सम्मान देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हर साल मनाया जाता है। यह अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध

विद्यार्थियों आप अगर इस लेख को पढ़ लेते हो तो मुझे नहीं लगता कि आपको अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस निबंध के लिए किसी अन्य लेख पर जाने की आवश्यकता पड़ेगी। इस Antarrashtriya mahila diwas par nibandh को पढ़कर वे याद करके अपनी परीक्षा में भी आप लिख सकते हो। आप अपना समय गवाएं बिना इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस निबंध को पढ़ाना शुरू कर सकते हो।


(Set 1) अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध

प्रस्तावना
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को हर साल मनाया जाता है जो महिलाओं के संघर्ष उनके अधिकारों और समाज में उनके योगदान को सम्मानित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि महिलाओं ने समाज की प्रगति में अहम भूमिका निभाई है और हमें उसकी समानता और सशक्ति करण की दिशा में निरंतर काम करना चाहिए।

मुख्य भाग
महिलाएं आज हर क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही है चाहे वह शिक्षा, विज्ञान, राजनीति या चिकित्सा हो। उनके प्रयासों ने दुनिया को नया रूप दिया है, लेकिन अभी भी कई जगहों पर महिलाओं को समान अवसर और सम्मान नहीं मिलता। यह भेदभाव समाज के विकास में रुकावट डालता है। महिलाओं के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है। महिला सशक्तिकरण का मतलब केवल आर्थिक स्वतंत्रता नहीं बल्कि मानसिक, शारीरिक और सामाजिक स्वतंत्रता भी है।

निष्कर्ष
अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि जब तक महिलाओं को बराबरी का दर्जा नहीं मिलेगा तब तक समाज का सही विकास संभव नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम हर महिला को समान अधिकार और अवसर देंगे। महिलाओं का सशक्तिकरण समाज के समग्र विकास के लिए जरूरी है, और हमें इस दिशा में हर दिन कदम बढ़ना चाहिए।


(Set 2) अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध in hindi


अंतर्राष्ट्रीय महिला हर वर्ष 8 मार्च को पूरे विश्व में मनाया जाता है। विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियां के उपलक्ष में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है।

कुछ क्षेत्रों में यह दिवस अपना राजनीतिक मूल स्वरूप खो चुका है और अब यह मात्र महिलाओं के प्रति अपने प्यार को अभिव्यक्त करने हेतु एक तरह से मातृ दिवस और वेलेंटाइन डे की तरह बस एक अवसर बनकर रह गया है।

हालांकि अन्य क्षेत्रों में संयुक्त राष्ट्र द्वारा चयनित राजनीतिक और मानव अधिकार विषय वस्तु के साथ महिलाओं के राजनीतिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए अभी भी इसे बड़े जोर शोर से मनाया जाता है। कुछ लोग बैंगनी रंग के रिबन पहनकर इस दिन का जश्न मनाते हैं। सबसे पहला दिवस न्यूयॉर्क शहर में 1909 में एक समाजवादी राजनीतिक कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया गया था। 1917 में सोवियत संघ ने इस दिन को एक राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया और यह आसपास के अन्य देशों में भी फैल गया इसे अब अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को कई पूर्वी देशों में भी मनाया जाता है।


Set 3) अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध हिन्दी 

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस परिचय

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस प्रत्येक साल 8 मार्च को पूरे विश्व में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के अधिकारों, उनके संघर्ष और उपलब्धियों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और महिलाओं को सशक्त बनाना है।

महिलाओं की समाज में भूमिका

महिलाएं परिवार, समाज और राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वे न केवल घर और परिवार की जिम्मेदारी निभाती है बल्कि विज्ञान, राजनीति, शिक्षा और व्यवसाय जैसे क्षेत्र में भी सफलता प्राप्त कर रहे हैं। सावित्रीबाई फुले, शकुंतला देवी, इंदिरा गांधी, सुनीता विलियम, कल्पना चावला, बहन मायावती, किरण बेदी जैसी महिलाओं ने देश का नाम रोशन किया है।

महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता

आज भी कई महिलाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और निर्णय लेने के अधिकारों से वंचित है समाज में व्याप्त लैंगिक भेदभाव असमान वेतन और घरेलू हिंसा जैसी समस्याओं को दूर करना आवश्यक है।

निष्कर्ष
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह सिखाता है कि महिलाओं के लिए समानता और सम्मान सिर्फ एक दिन की बात नहीं बल्कि हर दिन की जिम्मेदारी है हमें मिलकर एक ऐसा समाज बनाना होगा जहां महिलाएं स्वतंत्र को सशक्त बन सके।

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